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इस ताज के हीरे चुभते हैं

इरा त्रिवेदी

प्रकाशक : पेंग्इन बुक्स प्रकाशित वर्ष : 2008
पृष्ठ :216
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 8693
आईएसबीएन :9780143102571

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यह उन तेइस लड़कियों की कहानी है जो मिस इंडियन ब्यूटी के ताज के लिए एक-दूसरे से मुकाबला कर रही थीं।

Is Taaj ke Heere Chubhte hain (Ira Trivedi)

‘इस ताज के हीरे चुभते हैं’ एक चकाचौंध भरी नकली दुनिया का सच दिखाती है, जहाँ हीरों के पीछे धूल है और मुस्कुराहटों के पीछे आंसू हैं।

रिया की हसरत थी कि एक दिन मिस इंडिया का ताज पहने..
रिया के लिए यह अपने सपने को हकीकत में बदलने का मौक़ा था। उसके लिए मिस इंडियन सौंदर्य प्रतियोगिता शौहरत और सफलता की ऊंचाइयों को छूने का टिकट हो सकती है। आख़िरकार वह ख़ूबसूरत, बुद्धिमान, आत्मविश्वासी, और सबसे बढ़कर, लंबी थी। पर रिया हक़ीक़त से तब वाकिफ़ हुई जब उसे बाईस अत्यंत सुंदर लड़कियों के साथ मुंबई के पांच-सितारा होटल में रहकर थकाऊ ट्रेनिंग लेनी पड़ी। हर लड़की की नज़र ताज पर टिकी थी, दिल में भावनाएं उमगी पड़ रही थी, माहौल गहन उत्साह और विद्वेष से लबरेज़ था।

‘इस ताज के हीरे चुभते हैं’ में चमचमाते हीरों की चुभन और बनावटी मुस्कराहटों के पीछे छिपे अनगिनत आंसुओं के साथ ही इन प्रतियोगिताओं के कड़वे सच से भी पर्दा उठाया गया है।


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